
उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या को फिर से इतिहास के सुनहरे पन्नों में दर्ज कराने जा रही है। इस बार दीपोत्सव 2025 में सिर्फ दीप ही नहीं, बल्कि आसमान में उड़ते 1,000 से अधिक मेड इन इंडिया ड्रोन भी होंगे, जो रामायण की झलकियों को थ्री-डी फॉर्मेट में जीवंत कर देंगे।
1000 ड्रोन से बनेगा ‘आसमान का रामायण’
पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह के अनुसार, इस वर्ष का एरियल ड्रोन शो पूरी दुनिया के सामने भारत की आध्यात्मिकता और तकनीकी ताकत का संगम साबित होगा।
शो में राम, लक्ष्मण और हनुमान के धनुर्धारी रूप को ड्रोन से सजीव बनाया जाएगा। साथ में होंगे – लेज़र लाइट्स, संगीत, और वॉयस नैरेशन, जो दर्शकों को भावविभोर कर देगा।
“ये शो केवल तकनीकी प्रस्तुति नहीं, बल्कि रामायण की गाथा को आधुनिक स्वरूप में प्रस्तुत करने का प्रयास है,” – जयवीर सिंह
रामनगरी में फिर जलेंगे लाखों दीप
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19 अक्टूबर 2025 को अयोध्या में लाखों दीप जलाए जाएंगे
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सरयू घाट और राम की पैड़ी को भव्य लाइटिंग से सजाया जाएगा
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धार्मिक शोभायात्रा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, और आध्यात्मिक आयोजन होंगे आकर्षण का केंद्र
यह आयोजन श्रीराम के अयोध्या आगमन की पौराणिक स्मृति को पुनर्जीवित करने का प्रयास है।

ड्रोन शो के लिए अंतरराष्ट्रीय तैयारी
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शो की पूर्व-रिहर्सल होगी, ताकि फ्लाइट पैटर्न सटीक रहे
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आयोजन अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और तकनीकी मानकों के अनुरूप होगा
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यह शो राम की पैड़ी से आसमान में प्रक्षिप्त होगा
ग्लोबल लेवल का ‘देसी’ फेस्टिवल
अयोध्या का दीपोत्सव अब केवल यूपी की परंपरा नहीं रहा – यह भारत की संस्कृति का वैश्विक ब्रांड बन चुका है। यह पर्व सिर्फ श्रीराम के आदर्शों की याद नहीं दिलाता, बल्कि “सबका साथ, सबका विश्वास और सबका प्रयास” का भी संदेश देता है।
दीप, ड्रोन और धर्म – एक नया युग
दीपोत्सव 2025 एक ऐसा आयोजन बनने जा रहा है, जिसमें रूढ़िवाद नहीं, रचनात्मकता होगी। जहां एक ओर परंपरा की लौ जलेगी, वहीं दूसरी ओर तकनीक की रोशनी आसमान को चीरती दिखेगी। इस बार अयोध्या में सिर्फ दीप नहीं जलेंगे, संस्कृति की आभा और टेक्नोलॉजी की चमक साथ दिखेगी – और पूरी दुनिया देखेगी कि भारत कैसे अपने अतीत को भविष्य से जोड़ता है।